राकेश झा, टीम डिजिटल
आपने देखा होगा कि कुछ लोग प्यार के प्रति संजीदा नहीं होते हैं। ऐसे लोगों को लगता है कि प्यार एक प्रकार का खेल है। जब चाहा किसी से दिल लगाया और जब चाहा तोड़ दिया। अगर शुरू में ही इस तरह के व्यक्तित्व वाले व्यक्ति की पहचान हो जाए तो बाद में दिल टूटने के दर्द से बचा जा सकता है।
इसका एक सामान्य सा तरीका है, जिसका उल्लेख अंकशास्त्र में किया गया है। अंकशास्त्र में कहा गया है कि आमतौर पर इस तरह का स्वभाव हार्ट नंबर 8 वालों का होता है। ऐसे लोग बहुत ज्यादा भौतिकवादी होते हैं। भौतिक सुख-सुविधा एवं आमोद-प्रमोद में इनकी खूब रूचि होती है। रिश्तों के प्रति यह अधिक गंभीर नहीं होते हैं। इन्हें अपना व्यक्तिगत सुख अधिक प्रिय होता है।
ऐसे व्यक्ति बहुत अधिक महत्वाकांक्षी होते हैं। अपनी मंजिल को पाने के लिए जी जान लगाकर काम करते। इसके लिए यह प्यार और व्यक्तिगत जीवन की जिम्मेदारियों को भी ताक पर रख सकते हैं। उन लोगों के साथ इनके अच्छे संबंध रहते हैं, जो गुणवान होते हैं। इनकी चाहत होती है, इनमें जो कमी है, वह इनके जीवनसाथी में नहीं रहे। इसके लिए यह अपने जीवनसाथी को प्रोत्साहित भी खूब करते हैं।
हार्ट नंबर जानने का तरीका
नाम में जितने भी ए, ई, आई, ओ, यू लेटर हैं उन्हें आपस में जोड़ लें। जैसे किसी का नाम मोहन है तो इसे अंग्रेजी में ऐसे लिखेंगे 'mohan' इसमें एक बार 'ए' आया है और एक बार 'ओ'। ए के लिए अंक एक लिखेंगे और ओ के लिए अंक 15।
अब एक और पंद्रह को जोड़ लीजिए, कुल अंक प्राप्त हुआ 16। अंक ज्योतिष में 9 से अंधिक संख्या का अध्ययन नहीं किया जाता है इसलिए 1+6 को जोड़ लीजिए कुल अंक प्राप्त हुआ 7 यही मोहन का hart अंक हुअ। इसी प्रकार आप भी हार्ट अंक ज्ञात कीजिए।
स्त्रोत : अमर उजाला डॉट कॉम,
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